Baikunth Dham Bhilai : भिलाई का अद्वितीय धार्मिक स्थल

तो दोस्तों, क्या आप भी राजधानी रायपुर के पास स्थित भिलाई शहर में किसी प्रसिद्ध धार्मिक स्थल की अद्वितीय गरिमा की सैर की तलाश में है तो baikunth dham bhilai में स्थित एक प्रवित्र धार्मिक स्थल है। जहाँ आपको विभिन्न देवी देवताओ की सुंदर प्रतिमा के साथ आकर्षित मंदिर देखने को मिल जाती है। जहाँ आप अपने पुरे परिवार के साथ दर्शन करने जा सकते है। 

वैसे तो भिलाई में बहुत से प्रसिद्ध मंदिर है लेकिन मैंने आपको भिलाई का बैकुंठ धाम के बारे में क्यों बता रहा हु आप इस पोस्ट को पढके जान जाओगे। भिलाई में आपको श्री जगन्नाथ मंदिर भी देखने को मिलता है जो अपने आप में ही अद्वितीय स्थल है जिसके बारे में आपको दूसरी पोस्ट में अच्छे से बतायेंगे।

चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए baikunth dham bhilai के बारे में अच्छे से जानते है जिससे की आप यहाँ के बारे में अच्छे से जान सकें। और पुरे परिवार के साथ दर्शन करने जा सके।

Baikunth Dham Bhilai | बैकुंठ धाम भिलाई छत्तीसगढ़

राजधानी से महज 30 किलीमीटर की दुरी पर स्थित भिलाई शहर जहाँ आपको पर्यटन के साथ बहुत से धार्मिक एवं महत्वपूर्ण स्थल मिलते है आज हम आपको उन्ही में से एक प्रसिद्ध मंदिर बैकुंठ धाम के बारे में बताएँगे जो यहाँ का मुख्य धार्मिक केंद्र में से एक है। जहाँ प्रतिदिन बहुत से लोग यहाँ स्थित देवी देवतओं के दर्शन के लिए आते है।

यह धार्मिक स्थल बैकुंठ धाम भिलाई से मात्र 7 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। जिससे यहाँ पहुचना बहुत आसान हो जाता है आप यहाँ बस या टेक्सी से भी पहुच सकते है। यह बैकुंठ धाम अपने खूबसूरत स्थलों और आकर्षित देवी देवताओ की मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आपको मुख्य रूप से 6 प्रमुख देवी देवताओ के मंदिर देखने को मिलते है जो दर्शनीय है।

भिलाई में स्थित इस स्थल का नाम बैकुंठ धाम है बताया जाता है की बैकुंठ धाम को संस्कृत के बैकुंठ से लिए गया है। साथ ही ग्रंथो से पता चलता है की बैकुंठ धाम भगवान विष्णु और माँ लक्ष्मी का निवास स्थल है। जिसके कारन यहाँ आपको श्री श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर देखने को मिलता है। जिसमे मंदिर के गर्भगृह में इनकी भव्य प्रतिमा विराजमान है।

भिलाई बैकुंठ धाम में आपको भगवान शिव की विशाल भव्य प्रतिमा भी देखने को मिलती है जिसे देखने भक्त प्रतिदिन आते है साथ ही यहाँ श्री हनुमान जी की भी भव्य प्रतिमा देखने को मिल जाती है। साथ में देवी दुर्गा माँ की प्रतिमा और भैरव बाबा का भव्य मंदिर देखने को मिलता है। 

सावन में बैकुंठ धाम भिलाई

सावन माह और महाशिवरात्रि के अवसर पर यहाँ भक्तों का ताता देखने को मिलता है दूर दूर से बहुत से श्रद्धालु भक्त baikunth dham bhilai आकर भगवान शिव के अद्वितीय शिव प्रतिमा के उपर दूध और जल अर्पित करते है। लोग पुरे सावन यहाँ आते ही रहते है भक्तों का मन्ना है की यहाँ आने के बाद उनके बहुत से मनोकामनाए पूर्ण हुए है लोग भिलाई के बैकुंठ धाम को एक पवित्र धार्मिक स्थल मानते है। आप भी यहाँ सावन के अवसर पर आकर भगवान शिव के दर्शन कर सकते है।

बैकुंठ धाम में नवरात्री

यहाँ हर साल नवरात्रि के अवसर पर माँ दुर्गा की भव्य प्रतिमा विराजमान की जाती है जिसमे विशाल पंडाल बनाया जाता है। नवरात्रि के दौरान यहाँ पुरे नौ दिन भक्तो की भीड़ देखि जाती है। यहाँ माँ दुर्गा की पूर्ण श्रद्धा से प्रतिदिन पूजा आरती होती है जिसमे बड़े बड़े लोग आते सम्मलित होते है यहाँ गायक भी माँ दुर्गा की भजन आरती के लिए आते है। दशहरे में यहाँ आपको और भी ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है जिसे आप यहाँ आकर देख सकते है।

अन्य धार्मिक स्थल: भिलाई के 15 प्रमुख पर्यटन स्थल |

इस पोस्ट में बस इतना ही आपको baikunth dham bhilai की यह अद्वितीय जगह कैसी लगी हमे कमेन्ट में जरुर बताये और आप अपने पुरे परिवार तथा दोस्तों के साथ इस स्थल की सैर एक बार अवस्य करें। छत्तीसगढ़ की ऐसी ही धार्मिक और शानदार पर्यटन स्थल की जानकारी के लिए हमारे साथ बने रहिए। धन्यवाद! आपका दिन शुभ हो।

बैकुंठ धाम कहाँ स्थित है?

बैकुंठ धाम छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में स्थित है जो राजधानी रायपुर से 30 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।

भिलाई से बैकुंठ धाम की दुरी कितनी है?

भिलाई शहर से बैकुंठ धाम की दुरी मात्र 7 किलोमीटर है। जहाँ आप किसी भी सड़क के साधन द्वारा बड़ी आसानी से पहुच सकते है।

भिलाई के बैकुंठ धाम मंदिर में कौन कौन से मंदिर है?

बैकुंठ धाम भिलाई में मुख्य रूप से भगवान विष्णु, माँ दुर्गा, भगवान शिव, भैरव बाबा मंदिर, श्री हनुमान मंदिर के आलावा अन्य देवी देवताओ के प्रमुख मंदिर है जिसे आप यहाँ आकर देख सकते है।

My name is Vijay Nirmalkar, and I love to travel and write about the beautiful places and culture of Chhattisgarh. I enjoy helping others discover the wonders of this state through simple and easy-to-understand stories. My goal is to make learning about and exploring Chhattisgarh fun for everyone.

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