शनिदेव मंदिर गौरकापा की पूर्ण जानकारी ( समय और कैसे पहुचे)

क्या आप जनते है कवर्धा जिले के पास स्थित शनि देव मंदिर आज हज़ारों लोगों की आस्था का केंद्र बन गया है। लोग हर शनिवार को यहाँ भगवान शनिदेव के दर्शन करने के लिए यहाँ आ रहे है। यदि आपको इसके बारे में नही पता तो आप चिंता ना करें।

इस पोस्ट में हम आपको गौरकापा के पास स्थित इस शनिदेव मंदिर के बारे में पूर्ण जानकारी देंगे जिससे की आप वहाँ अपने पुरे परिवार के साथ भगवान शनिदेव के दर्शन करने जा सके। यदि आप सचमे शनिदेव मन्दिर जाना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़े आपको पूर्ण जानकारी मिल जाएगी।

शनिदेव मंदिर गौरकापा | Shani Dev Mandir Gourkapa

कवर्धा जिले में स्थित भगवान शनिदेव मंदिर यहाँ के स्थानीय लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। शनिदेव मंदिर गौरकापा में स्थित है, जो कवर्धा जिला मुख्यालय के नगर पंचायत पंडरिया से महज 15 से 20 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है। भगवान शनिदेव का मंदिर अत्यंत सुंदर और आकर्षित है। मंदिर की रूपरेखा और कलाकृति सुंदर तरीके से बनाई गई है। जिसके दर्शन करने के लिए प्रत्येक शनिवार को सैकड़ो भक्त आते है।

यहाँ स्थित भगवान शनिदेव की मूर्ति लोगों के लिए एक आकर्षण का भी केंद्र है क्योकि मंदिर के अंदर स्थित भगवान शनिदेव की मूर्ति की ऊंचाई लगभग 5 फिट है जिसके कारण मंदिर के गर्भगृह में स्थित भगवान शनिदेव की मूर्ति लोगो के लिए एक आकर्षण और श्रध्दा का केंद्र है।

यदि आप शनिदेव मन्दिर आ रहे है तो आपको अपने साथ सरसों का तेल या तिल का तेल अपने साथ अवश्य लाना चाहिए क्योकि भगवान शनिदेव के ऊपर तिल का तेल चढ़ाने से भगवान शनिदेव प्रसन्न हो जाते है और आपकी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है या आप बहुत समय से किसी कष्ट से झूझ रहे है तो भगवान शनिदेव उससे आपको राहत दिला सकते है।

यहाँ आपको गौरकापा में भगवान शनिदेव मंदिर के आलावा और भी अन्य मंदिर देखने को मिल जाते है जिसके दर्शन आप यहाँ आने के बाद कर सकते है। 

जिनमे प्रसिद्ध मंदिर है:

1. भगवान शिव मंदिर गौरकापा

2. चंडी माता मंदिर गौरकापा 

3. श्री गणेश मंदिर गौरकापा

4. राधा कृष्ण मंदिर गौरकापा 

5. दुर्गा माता मंदिर गौरकापा

यहाँ स्थित यह सभी मंदिर स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी आस्था का केंद्र है जहाँ आप इन मदिरों के दर्शन करने आ सकते है।

भगवान शनिदेव को न्याय के देवता कहा जाता है जिसके कारण यहाँ हर साल शनिदेव जयंती के अवसर पर एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है जिसमे हजारो लोग दूर दूर से आते है और भगवान शनिदेव के दर्शन कर अपने पापों का प्राश्चित करते है। यहाँ लगने वाला मेले की अवधि लगभग 5 दिनों की होती है, जिसमे नेता लोग भी आते है साथ में यहाँ इस अवसर पर कई बड़े गायकों को भी लाया जाता है।

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चंडी माता मंदिर गौरकापा | Chandi Mata Mandir Gourkapa

गौरकापा में स्थित माँ चंडी माता मंदिर भी शनिदेव मंदिर गौरकापा की तरह अति प्रसिद्ध है। माँ चंडी माता मंदिर सडक के दाए ओर स्थित है जिसमे माँ चंडी देवी के मंदिर को विशाल रूप दिया गया है मंदिर की रूपरेखा वाकई अतभुत है। मंदिर के अंदर विराजमान देवी चंडी की मूर्ति अत्यधिक आकर्षित है। 

लोग शनिदेव मंदिर के दर्शन से पहले यहाँ आते है और माँ चंडी की पूजा आरती करने के बाद शनिदेव मंदिर जाते है जो सडक के बाए ओर स्थित है। मंदिर में आपको एक स्वान देखने को मिलता है जो माँ चंडी देवी के रक्षक के रूप में मन्दिर के बाहर बैठा रहता है।

राधा कृष्ण मंदिर गौरकापा

गौरकापा में स्थित राधा कृष्ण मंदिर भी अति दर्शनीय है क्योकि मंदिर की रूपरेखा भव्य रूप से निर्मित कराई गई है जिसके अंदर स्थित भगवान कृष्ण और राधा की मूर्ति स्थापित की गई है। मूर्ति अत्यधिक आकर्षित बनाइ गई है लोग राधा और कृष्ण को देखते ही रह जाते है। जिसके कारण यह राधा कृष्ण मंदिर भी यहाँ आने वाले लोगो के लिए अति दर्शनीय है।

निष्कर्ष

Shani dev mandir gourkapa: यदि आप भगवान शनिदेव के भक्त है या आप किसी बड़ी समस्या से घिरे हुए है तो आप कवर्धा के पास स्थित गौरकापा शनिदेव मंदिर आ सकते है। क्योकि भगवान शनिदेव को न्याय के देवता कहे जाते है जो आपको आपके कर्मो से न्याय देते है। यह शनिदेव मंदिर अति प्रसिद्ध है जहाँ आप अपने पुरे परिवार के साथ आकर इनके दर्शन कर अपने पुरे परिवार को कष्टों के मुक्ति दिला सकते है।

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कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

शनिदेव मंदिर कहाँ स्थित है?

भगवान शनिदेव मंदिर गौरकापा में स्थित है, जो कवर्धा जिले के अंतर्गत आता है तथा नगर पंचायत पंडरिया से महज 15 से 20 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।

गौरकापा में कौन सा मंदिर है?

गौरकापा में भगवान शनिदेव का मंदिर स्थित है। जिसे न्याय के देवता कहते है जो आपको कष्टों के मुक्त करते है और आपको राह दिखाते है।

गौरकापा में कौन कौन से मन्दिर है?

गौरकापा में भगवान शनिदेव मंदिर के आलावा माँ चंडी मंदिर, श्री गणेश मंदिर, शिव मंदिर तथा राधा कृष्ण मंदिर है जिसके दर्शन आप यहाँ आने के बाद कर सकते है।

शनिदेव मंदिर गौरकापा कब जाना चाहिए?

शनिदेव मंदिर गौरकापा शनिवार के दिन जाना अति शुभ माना जाता है क्योकि इस दिन भगवान शनिदेव का दिन होता है तथा आप यहाँ शनिदेव जयंती के दिन भी जा सकते है।

शनिदेव मंदिर गौरकापा कैसे पहुचे?

यदि आप पंडरिया के पास स्थित गौरकापा शनिदेव मंदिर पहुचना चाहते है तो आपको यहाँ पहुचने के लिए बहुत से रास्ते मिल जाते है आप यहाँ सडक मार्ग से बड़ी आसानी से बाइक या बस तथा कार की सहायता से पहुच सकते है। यदि आप दुसरे जिले या राज्य के है तो आपको ट्रेन के माध्यम से यहाँ पहुचना चाहिए।

My name is Vijay Nirmalkar, and I love to travel and write about the beautiful places and culture of Chhattisgarh. I enjoy helping others discover the wonders of this state through simple and easy-to-understand stories. My goal is to make learning about and exploring Chhattisgarh fun for everyone.

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