छत्तीसगढ़ राज्य जहाँ आपको कई मान्यताये और विज्ञान को चुनौती देने वाले दावे देखें जाते है। उसी का जिता जागता उदाहरण पेंड्री तालाब मुंगेली ( pendri talab mungeli ) भी है जिसके बारे में आज हम जानने वाले है। बताया जाता है की यह स्थल में बस नहाने मात्र से लोगों के बहुत से बीमारी ठीक हो जाते है क्या है इसकी असली सच्चाई आइये जानते है इस पोस्ट में।
चलिए जानते है सुरुआत से की pendri talab mungeli कैसे प्रसिद्ध हुआ और अचानक चर्चा में आया। जिसे सुन यहाँ लोग प्रतिदिन आने लगे और उनका यहाँ आने के बाद क्या प्रभाव पड़ा इसे भी बारीक़ से जानते है।
आगे पढ़ने से पहले एक बात जान लीजिए यहाँ पूर्ण जानकारी है पेंड्रा तालाब मुंगेली के बारे में लेकिन पोस्ट के अंत में एक महत्वपूर्ण बात भी है जिसे अवश्य पढ़ें।
Pendri Talab Mungeli | पेंड्री तालाब मुंगेली
ऐसा तालाब जहाँ स्नान करने मात्र से लोगों की बहुत सी शारीरिक बीमारियाँ ठीक हो जाती है। हम बात कर रहे है पेंड्री तालाब, मुंगेली की जो लोरमी रोड पर स्थित है। लोगों में यह तालाब एक चमत्कारी तालाब के नाम से प्रसिद्ध है जो मुंगेली जिले के ग्राम बरबसपुर और मनोहरपुर के अंतर्गत आता है। और यह पेंड्री तालाब मुंगेली से महज 12 से 15 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।
वैसे तो यह पहले भी एक चमत्कारी तालाब था लेकिन लोगों को इसके बारे में बाद में जाकर पता चला लोग इसे मुंगेली तालाब ( mungeli talab ) के नाम से भी जानते है। यहाँ स्थित तालाब के बारे में कहाँ जाता है की यह तालाब 200 सालों से भी ज्यादा पुराना है। स्थानीय लोग बताते है की इस स्थल का का पूरा नाम पेंड्री तालाब “सत्य सागर पेंड्री तालाब” है। लेकिन लोग इसे केवल पेंड्री तालाब के नाम से जानते है।
जब लोगों को पता चला की यहाँ तालाब में स्नान करने से बीमारियाँ ठीक हो रही है तो लोगों की यहाँ भीड़ बढ़ने लगी। लोग यहाँ प्रतिदिन स्नान करने के लिए आने लगे कुछ का कहना है की इस तालाब में स्नान करने से उनकी बीमारियाँ ठीक हुई है तो कुछ लोग इसे अन्धविश्वास मानते है। मेरा तो ये कहना है की अगर आपकी मान्यता है तो आप यहाँ जाकर सच्चे मन से स्नान करके देखिये। और खूद ही इसका पता लगाइए अगर सत्य होगा तो खुद पता चल जायेगा। बाकि आपके ऊपर है, यदि आप नही मानते तो मत जाइये।
इस तालाब के बारे में स्थानीय लोग एक कहानी का अक्सर जिक्र करते है जिसे जानना आपके लिए भी महत्वपूर्ण है की आखिर इस पेंड्री तालाब का निर्माण कैसे हुआ और यह एक चमत्कारी तालाब कैसे बना। आइये जानते है पेंड्री तालाब के इतिहास के बारे में।
पेंड्री तालाब का इतिहास | Pendri Talab History in Hindi
यह कहानी जो मै बताने वाला हु यह यहाँ के स्थानीय लोगों के द्वारा बताई गई है जिसे आप यूट्यूब के किसी भी विडियो में देख सकते है।
छत्तीसगढ़ के मुंगेली पेंड्री तालाब का इतिहास 200 साल पुराना है मान्यता है की यहाँ स्नान करने से लोगों की शारीरिक बीमारियाँ ठीक हो जाती है। जिसके कारन यहाँ प्रतिदिन सैकड़ो लोग स्नान करने के लिए आते है और इस स्थल को लोग पेंड्री तालाब “सत्य सागर पेंड्री तालाब” के नाम से जानते है जो मुंगेली जिसे से मात्र 15 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है।
पेंड्री तालाब के इतिहास के पीछे की कहानी: 200 साल पहले यहाँ एक नायक नाम का कृषक मजदूर रहता था। जो गाँव में खेती और मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता था। नायक के पास 2 भैस थे जिससे वह कृषि कर अपना पेट भरता था। नायक और उसका भैस दोनों कुष्ट रोग इ ग्रसित थे। एक दिन की बात है जब नायक खेत गया था खेत जोतने उस दिन खेत से वापस आते समय नायक प्यास के कारण एक पेड़ की छाव में बैठा था। तभी उसके पास एक छोटे से गड्डे में थोडा पानी भरा हुआ था जिसे उसके भैस ने पिया। जैसे ही भैस ने पानी पिया तो भैस का कुष्ट रोग अपने आप ठीक होने लगा जिसे नायक देखन बहुत आश्चर्यचकित हुआ। उसने भी बिना देरी किये वहां का पानी पिया तो नायक का भी रोंग ठीक हो गया।
नायक इस बात को गाँव के मुखिया से जाकर कहता है लेकिन पहले टोक इसी ने इसका यकीन नही किया लेकिन जब लोगों ने यहाँ का पानी पिया तो उनके बीमारियाँ ठीक होने लगे। जिससे गाँव के सभी लोगों ने भविष्य में दुसरे लोगों की मदद करने के लिए उस स्थान में बड़े तालाब का निर्माण करने का सोचा। जिसके कारण कहाँ जाता है की पेंड्री तालाब का निर्माण हुआ।
मेरे द्वारा बताया गया यह कहानी एकदम स्पस्ट तो नही है लेकिन यही कहानी यहाँ से बड़े बुजुर्गो से सुनने को मिलती है जिसे आप भी यहाँ आकर सुन सकते है।
चलिए आगे जानते है की आखिर यहाँ कौन कौन सी बीमारियाँ ठीक होती है जिसके कारन लोगों की यहाँ भीड़ भरी पड़ी होती है।
पेंड्री तालाब मुंगेली में कौन कौन सी बीमारियाँ ठीक होती है?
मुंगेली जिले में स्थित पेंड्री तालाब में आने से लोगों के चर्म रोंग जैसे बीमारियाँ ठीक होती है जिसे की दाद, मुंहासे, कुष्ट रोग, फोड़ा, फुंसी, रूसी, खुजली, घमौरी, खाज (स्कैबी), सफेद दाग, त्वचा का रंग बदलना आदि। यहाँ इन सभी तरह के बीमारियाँ ठीक होती है।
मुंगेली पेंड्री तालाब कब जाना चाहिए?
लोग पेंड्री तालाब मुंगेली ज्यादातर सोमवार के दिन जाते है और सावन में यहाँ ज्यादातर लोग जाते है मान्यता है की इस दिन जाने से उनकी सारी बीमारियाँ ठीक हो ज जाती है। जिससे लोग यहाँ भारी संख्या में पहुचते है।
बात करें आप पेंड्री तालाब मुंगेली ( pendri talab mungeli ) कैसे पहुच सकते है तो आप यहाँ एकदम बड़ी आसानी से पहुच सकते है आप बाइक, कार या फिर बस से भी पहुच सकते है यह तालाब मेन रोड के पास ही स्थित है जिससे यहाँ आसानी से पहुचा जा सकता है।
महत्वपूर्ण बात
मै नही कहता की ये एक अंधविश्वास है लेकिन विज्ञान भी है जो हर चीज कर सकता है आज आप देखिये अपने आस पास और चारों ओर आपको क्या नजर आ रहा है विज्ञान की दी हुई वह सभी चीज जो खुद इंसानों ने बनाया है। अगर पेंड्रा तालाब सचमे एक चमत्कारी तालाब है तो अब क्यों ज्यादातर लोग यहाँ नही आ रहे है अब देखिये पेंड्री तालाब पूरी तरह से बंद हो चूका है। मतलब यह है की कोई भी चमत्कार हमारे मानने से है अगर माने तो वो है अगर नही तो नही। ऐसे ही किसी बात में ज्यादातर यकीन ना करें। मै आपसे बस यही कहना चाहता हु।
हमने हाल ही में एक ऐसे ही चमत्कारी जगह के बारे में एक पोस्ट की है जिसे भी आप अवस्य पढ़ें, जिसमे एक बाबा 5 महीने में बच्चे देने का दावा करते नजर आ रहे है जिसके ऊपर हमने पूरी पोस्ट तैयार की है
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