ये है टॉप 10 मुंगेली में घुमने की जगह

मुंगेली जो छत्तीसगढ़ राज्य का एक जिला है। यहाँ आप यदि mungeli me ghumne ki jagah की तलाश कर रहे है, जहाँ आपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जाकर पिकनिक मना सके या मौज मस्ती करने जा सके या फिर किसी प्राचीन प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन करने जा सके तो आप सही जगह पर आये है।

इस पोस्ट में आपको देखने को मिलेगा मुंगेली में घुमने की जगह हम आपको मुंगेली के पास स्थित अन्य जगह के बारे में भी बतायेंगे जहाँ आप जा सकते है। चलिए बिना देरी किये जानते है की वह कौन से स्थल है जहाँ आप मुंगेली में घूम सकते है। 

Mungeli me Ghumne ki Jagah | मुंगेली में घुमने की जगह

हम इस पोस्ट में मुंगेली के इतिहास के बारे में बात नही करेंगे हम आपको सीधे मुंगेली में स्थित सभी जगहों के बारे में बतायेंगें जहाँ आप छुट्टियों में अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ जा सके। यह सभी मुंगेली पर्यटन स्थल आपको मुंगेली के 50 किमी के भीतर ही देखने को मिल जाते है। जहाँ आपको सुंदर नज़ारे और सुकून भरी शांति देखने को मिल जाएँगी।

1. Shakti Mai Mandir Mungeli | शक्ति माई मंदिर मुंगेली

मुंगेली में स्थित माँ शक्ति माई मंदिर मुंगेली जिले का एक प्रसिद्ध मंदिर है तो यहाँ के लोगों के लिए एक आस्था का केंद्र है। यहाँ मंदिर आपको मुंगेली के अंदर देखने को मिल जाता है जो कवर्धा-पंडरिया रोड में स्थित है। यहाँ हर साल हज़ारों भक्त माँ शक्ति माई के दर्शन करने के लिए आते है। लेकिन ज्यादातर यहाँ नवरात्री के समय भारी भीड़ देखी जाती है जिसमे दूर दूर के लोग आते है जिसके चलते यहाँ के सड़क में रास्ता नही मिलता। आप भी यहाँ नवरात्रि के समय सक्तिमाई मुंगेली के दर्शन करने आ सकते है। 

2. Amartapu Motimpur | मोतीमपुर (अमर टापू) 

मुंगेली जिले से लगभग 17 किमी की दुरी पर स्थित अमर टापू जो भी एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। अमर टापू मुंगेली के ग्राम मोतीमपुर के पास स्थित है, जहाँ आपको प्राकृतिक संरचनाए देखने को मिलती है। साथ ही यहाँ आपको ग्राम पंडरिया के पास स्थित आगर नदी जो भुरकुंड पहाड़ से निकला है उसका शिवनाथ नही के साथ संगम देखने को मिलता है। जो की अपने आप में एक मनोरम दृश्य होता है। यहाँ आपको सामाजिक तथा धार्मिकता को प्रदर्शित करने वाले मंदिर मिलते है जिसके दर्शन आप यहाँ आने के बाद कर सकते है।  

3. Hathnikala Mandir | हथनिकला मंदिर 

मुंगेली जिले से महज 10 किमी की दुरी पर स्थित हथनिकला मंदिर यहाँ के स्थानीय निवासियों के लिए एक बड़ी आस्था का केंद्र है। हर साल यहाँ नवरात्रि के समय दूर दूर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु भक्त आते है। यह स्थल धरमपुरा गाँव के पास स्थित है। यहाँ आपको माँ दुर्गा की मंदिर देखने को मिल जाएगी जो अपने आप में ही दर्शनीय है। यहाँ नवरात्रि में कई हजार ज्योत जलाये जाते है जिसके दर्शन करना अतभुत माना जाता है। साथ ही यहाँ हर साल नवरात्रि में छत्तीसगढ़ के प्रमुख गायकों को बुलाकर माता का संगीत किया जाता है।

4. Setganga Mandir | सेतगंगा मंदिर 

सेतगंगा मंदिर मुंगेली जिले से महज 16 किमी की दुरी पर स्थित एक प्रसिद्ध स्थल है जहाँ पर हर साल हजारों पर्यटक आते है। यह स्थल यहाँ के स्थानीय लोगों के लिए एक आस्था का केंद्र है। यहाँ तो वैसे बहुत से छोटे बड़े मंदिर स्थित है जिसके दर्शन आप यहाँ आने के बाद कर सकते है। यहाँ आपको माँ दुर्गा माँ एक बड़ा मंदिर देखने को मिलता है और माँ काली मंदिर, श्री राम मंदिर तथा हनुमान मंदिर जैसे अनेक छोटे बड़े मंदिर है। साथ ही आपको यहाँ सतनामी समाज के भी मंदिर देखने को मिल जाते है जिसके दर्शन आप यहाँ आकर कर सकते है। यहाँ ज्यादातर माघ पूर्णिमा और नवरात्रि के समय भीड़ देखि जाती है।

5. Shani Dev Mandir Gourkapa  | शनिदेव मंदिर गौरकापा

मुंगेली जिले से लगभग 35 किमी की दुरी पर स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर जिसके बारे में मुंगेली तथा आसपास के सभी लोग जानते है। शनिदेव मंदिर जो गौरकापा में स्थित है यह एक प्रसिद्ध मंदिर है जहाँ लोग शनि देव के दर्शन करने के लिए जाते है यहाँ आपको शनिदेव मंदिर के आलावा भी अन्य मंदिर देखने को मिल जाते है जिसके दर्शन आप यहाँ आने के बाद कर सकते है। यहाँ हाल ही में 5 दिनों का मेला लगा था जो जून के महीने में था। जिसमे दूर दूर से कई लोग आये थे।

6. Shiv Mandir Kharaghat | शिव मंदिर खर्राघाट

मुंगेली जिले के एकदम समीप स्थित यह स्थल अपने प्राकृतिक स्थल के लिए जाना जाता है। यह शिव मंदिर आपको मुंगेली जिले से महज 2 किमी की दुरी पर देखने को मिलता है। यह स्थान को महादेव गणेश्वर खर्राघाट के नाम के  लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आपको गोरखनाथ समप्रदाय के बहुत से शिष्यों के दर्शन आज भी हो जाते है। यह ज्यादातर लोग महाशिवरात्रि तथा सावन के महीने में आते है इस समय यहाँ भोलेनाथ के दर्शन के लिए हजारों भक्त लाइन में खड़े रहते है।

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More Mungeli Tourist Places | अन्य मुंगेली पर्यटन स्थल

यहाँ हम आपको मुंगेली जिले के 50 किमी से अधिक दुरी पर स्थित स्थलों के नाम बतायेंगे जहाँ आप घुमने जा सकते है। ये सभी जगहों पर लोग अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ घुमने के लिए जाते है। जानने के लिए हमारे साथ बने रहिए।

जाने मुंगेली के बारे में – मुंगेली जिला पर्यटन

7. Madku Dweep | मदकू द्वीप 

मदकू द्वीप जो एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है यह स्थल मुंगेली जिले से लगभग 45 से 50 किमी की दुरी पर देखने को मिल जाता है। जहाँ आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ पिकनिक मानाने या घुमने जा सकते है। मदकू द्वीप का निर्माण शिवनाथ नदी के दो धाराओ में विभाजित होने के कारन हुआ है। इस द्वीप में आपको कई प्रसिद्ध मंदिर देखने को मिल जायेंगे जिसमे शिव मंदिर भी है जिसके दर्शन करने के लिए लोग यहाँ आते है। 

8. Rajiv Gandhi Jalashay | खुड़िया बांध 

मुंगेली जिले से महज 40 से 45 किमी की दुरी पर स्थित राजीव गाँधी जलाशय जिसे khudiya bandh भी कहते है। वैसे लोग इसे खुड़िया बांध के नाम से ही जानते है। जिसका निर्माण 1930 में पूरा हुआ था। यह एक विशालकाय बांध है जहाँ आपको प्रकृति के बहुत से झलक देखने को मिलते है यहाँ हर साल लाखों पर्यटक पिकनिक मानाने आते है। यह बांध मनियारी नदी पर बनाया गया है बांध इतना बड़ा है की जब आप यहाँ बरसात के दिनों में आते है तो आपको सिर्फ चारों तरफ नीला पानी ही दिखाई देता है। जो की एक मनमोहक दृश्य होता है।

9. Satyanarayan Temple | सत्यनारायण मंदिर

सत्यनारायण मंदिर जो मुंगेली जिले के मलहापारा में स्थित है एक प्रसिद्ध मंदिर है ज यहाँ के निवासियों के लिए एक आस्था का केंद्र है। यहाँ आपको सभी सम्प्रदायों के मंदिर देखने को मिल जाते है। जो की हमारे हिंदू के लिए एक बड़ी बात है। यहाँ स्थित सत्यनारायण मंदिर का इतिहास 200 वर्ष का बताया जाता है जो की यहाँ के स्थानीय लोगों का मानना है। यहाँ आप अपने परिवार तथा दोस्तों के साथ आ सकते है।

10. Achanakmar Wildlife Sanctuary | अचानकमार टाइगर रिजर्व 45km

मुंगेली जिले से लगभग 45 से 50 किमी की दुरी पर स्थित अचानकमार टाइगर रिजर्व एक बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है। जिसका स्थापना सन 1975 के आसपास हुआ था। यह अभयारण्य 553 किमी वर्ग के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है जहाँ आपको बहुत से वन्यजीव देखने को मिल जाते है। अचानकमार टाइगर रिजर्व में आपको यहाँ बाघ, बायसन, चिलीदार हिरण, तेंदुआ, सियार, चार सिंग वाले मृग, गौर, उड़न गिलहरी, जंगली सुअर, भालू, लकड़बग्घा, चिंकारा जैसे बहुत से वन्यजीव देखने को मिलते है। यहाँ ज्यादातर टाइगर होने के कारण ही इस स्थान का नाम 2009 में अचानकमार टाइगर रिजर्व रख दिया गया।

Best Time to Visit Mungeli

यदि आप मुंगेली में घुमने की जगह में अपने परिवार के साथ घुमने आना चाहते है तो आपको पता होना चाहिए की यहाँ कब आना चाहिए यदि नही है तो मैंने नीचे मुंगेली घुमने का सबसे अच्छा समय के बारे में बताया है जिसे आप देख सकते है।

1. माघ पूर्णिमा तथा नवरात्रि 

आप मुंगेली माघ पूर्णिमा तथा नवरात्रि के दौरान आ सकते है इस समय यहाँ के प्रसिद्ध मंदिरों में काफी भीड़ होती है लोग देवी माँ के दर्शन करने के लिए आते है और अपनी मनोकामना प्रकट करते है। इसलिए आप इस समय मुंगेली आ सकते है।

2. जून से दिसम्बर 

आप मुंगेली जून से दिसम्बर के महीने के बीच आ कसते है इस बिच मुंगेली का वातावरण एकदम मनमोहक होता है और यहाँ के पर्यटन स्थल की सैर भी आप कर सकते है। आप इस बीच मेरे द्वारा ऊपर बताये जगहों में घुमने जा सकते है।

How to Reach | कैसे पहुचें?

यदि आप मुंगेली के पर्यटन स्थल में घुमने के लिए आ रहे है तो मैंने मुंगेली आने के लिए कुछ यात्रा के साधन सुझाए है। जिनकी मदद से आप मुंगेली पहुचकर इस मुंगेली के खूबसूरत पर्यटन स्थल की सैर कर सकते है। चलिए जानते है कौन से तरीके है जिससे आप मुंगेली पहुच सकते है।

सड़क मार्ग द्वारा – आप सड़क मार्ग की सहायता से मुंगेली पहुच सकते है आप चाहे अपनी मोटरसाइकिल से आये या कार से या फिर बस से आप अपनी मर्जी से किसी भी यात्रा के जरिए यहाँ पहुच सकते है।

मुंगेली आने के लिए यह एक ही मार्ग है जिससे आप यहाँ पहुच सकते है। रेल मार्ग मुंगेली जिले में सम्भव नही है तथा हवाई मार्ग भी यहाँ नही है। इसलिए आपको सिर्फ सड़क द्वारा ही यहाँ आना होगा।

निष्कर्ष

इस पोस्ट में मैंने आपको top 10 mungeli me ghumne ki jagah के बारे में बताया है जहाँ आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ घुमने आ सकते है। मै आशा करता हु की ये मुंगेली में घुमने की जगह आपको पसंद आई होगी। यदि हाँ तो कमेन्ट में हमे बताना ना भूलें। और यदि कोई जगह छुट गई है तो भी हमे बताइए।

My name is Vijay Nirmalkar, and I love to travel and write about the beautiful places and culture of Chhattisgarh. I enjoy helping others discover the wonders of this state through simple and easy-to-understand stories. My goal is to make learning about and exploring Chhattisgarh fun for everyone.

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