Kaitha Gaon Chhattisgarh : मिटटी खाने से सांप का जहर खत्म

यदि आप कैथा गाँव के रहस्य के बारे में जानने आये है तो आप एकदम सही जगह पर आये है। यहाँ हम आपको छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में स्थित एक ऐसे गाँव के बारे में बतायेंगे जिसके बारे में आपने आज तक नही सुना होगा। वैसे तो छत्तीसगढ़ में बहुत से ऐसे रहस्य छुपे हुए है जिनके बारे में बहुत कम लोग ही जानते है। उन्ही में से एक kaitha gaon भी है।

इस पोस्ट में आज हम आपको कैथा गाँव के बारे में बतायेंगे जहाँ कहाँ जाता है की गाँव की मिटटी खाने मात्र से सांप का जहर निष्क्रिय हो जाता है। क्या है इसके पीछे की सच्चाई और Kaitha gaon story जानेंगे इस पोस्ट में। आर्टिकल को पूरा पढ़े ताकि आपको पूरी जानकारी मिल सके।

Kaitha Gaon Chhattisgarh | कैथा गाँव छत्तीसगढ़

यह स्थान भारत के एक सुंदर राज्य छत्तीसगढ़ में स्थित है, वैसे तो छत्तीसगढ़ में ऐसे बहुत से रहस्य एवं रोचक कहानिया छुपी हुई है। जो छत्तीसगढ़ राज्य को अन्य राज्य से अलग बनाती है। कैथा गाँव जो छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के अंतर्गत आता है। यहाँ इस गाँव के बारे में स्थानीय लोगो की मान्यता है की यहाँ अगर किसी को सांप काट लें तो बीएस गाँव की मिटटी खिलाने से सांप का जहर खतम हो जाता है।

कैथा गाँव में लोगों ने बताया है की यदि यहाँ किसी को सांप काट ले तो वो लोग बस गाँव की मिटटी को खा लेते है जिससे सांप का जहर अपने आप उतर जाता है। पता नही यह कितना सच है लेकिन यहाँ प्रतिदिन बहुत से लोग जिसे सांप ने काटा है आते है। और उनका मन्ना है की यहाँ उन्हें अच्छा भी महसूस होता है। 

कैथा गाँव के बारे में बताया जाता है की मिटटी खाने से सांप का जहर निष्क्रिय होने के पीछे एक कहानी है जो यहाँ के स्थानीय लोगों को पता है। चलिए आपको स्थानीय लोगों के द्वारा बताये गए kaitha gaon story को बताते है जिससे आपको यहाँ के इतिहास के बारे में पता चल सके।

Kaitha Gaon Story | कैथा गाँव की कहानी

कैथा गाँव के मूल निवासी बताते है की बहुत साल पहले यहाँ एक नाग रहते थे जो गाँव में ही घूमते रहते थे। एक दिन की बात है जब नाग को भूख लगी तब उसने नदी किनारे एक शिकार किया जिसके बाद उसकी हड्डी सांप के मुह में ही फस गई। जिससे सांप दर्द से कराहने लगा वह सांप कोई साधारण सांप नही था बल्कि अन्य सांप से अलग था। पास में बिरतीया बाबा पेड़ के नीचे सोये हुए थे जिसे सांप की कराहने की आवाज आई। बाबा झट से सांप के पास गए, बाबा को सांप को देख कर डर गये लेकिन सांप का दर्द बाबा से देखा नही गया।

बाबा ने सांप के मुह में फसी हड्डी को कैसे भी करके बाहर निकाला। जिसके फलस्वरूप उस सांप ने बाबा को धन्यवाद करते हुए ये आशिर्वाद दिया की इस गाँव में अगर किसी व्यक्ति की सांप काटे तो वह बस यहाँ की मिटटी को मेरा ध्यान करके सच्चे मन से अगर खाए तो उसके शरीर में जहर खुद उतर जायेगा। तब से आज तक यहाँ लोग सांप के काटने पर बस यहाँ किमित्ति को खाते है। बाबा की कुछ सालों बाद मृत्यु हो गई लेकिन यहाँ के लोग उन्हें भगवान का अंश मानकर यहाँ उनके नाम से एक मंदिर का निर्माण कर मंदिर के अंदर शेषनाग की मूर्ति रख पूजा करते है। यह थी स्थानीय लोगों द्वारा बताई गई Kaitha gaon ki story अब आपको यहाँ की कहानी पता चल गई होगी।

Kaitha Gaon History

बात करे कैथा गाँव की इतिहास के बारे में तो इसका इतिहास बहुत पुराना बताया जाता है जब कलयुग प्रारंभ हो रहा था। लेकिन वास्तव में इसके इतिहास के बारे में यहाँ के स्थानीय लोगों को उतना पता नही है। ये केवल यहाँ के पुजारी बताते है जिसे मैंने आपको बताया अगर आप यहाँ आयेंगे तो आप स्वयं पूछ सकते है।

बस कैथा गाँव के इतिहास में यदि कहाँ जाता है की बाबा बिरतीया ने एक सांप की जान बचाई थी जिसके फलस्वरूप उस सांप ने बाबा को यह आशीर्वाद दिया था की इस गाँव में किसी को अगर सांप काटे तो वो मात्र यहाँ की मिटटी खाकर ठीक हो सकता है। जिससे लोग यहाँ आने लगे और तब जाकर यह स्थान प्रचलित हुआ।

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आपको इस जगह के बारे में कहाँ से पता चला कृपया हमे कमेन्ट में जरुर बताये और यदि आप यहाँ गये है तो भी अपना अनुभव हमे शेयर करना ना भूलें। ताकि अन्य लोगों को भी इस अतभुत स्थल के बारे में पता चल सके।

चलिए जानने है कुछ प्रश्ने से यहाँ के बारे में।

कैथा गाँव कहाँ है?

कैथा गाँव छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में स्थित है। जहाँ आप किसी भी यात्रा के साधन द्वारा बड़ी आसानी से पहुच सकते है।

कैथा गाँव क्यों प्रसिद्ध है?

कैथा गाँव के बारे में कहाँ जाता है की यहाँ अगर किसी को सांप काट ले तो वह व्यक्ति गाँव की मिटटी को बस खा ले सांप का जहर अपने आप निष्क्रिय हो जायेगा। जिसके कारण यह स्थान चर्चा में आया और प्रसिद्ध हुआ।

कैथा गाँव की कहानी क्या है?

कहाँ जाता है की बाबा बिरतीया ने एक सांप की जान बचाई थी जिसके फलस्वरूप उस सांप ने बाबा को यह आशीर्वाद दिया था की इस गाँव में किसी को अगर सांप काटे तो वो मात्र यहाँ की मिटटी खाकर ठीक हो सकता है। जिससे लोग यहाँ आने लगे और तब जाकर यह स्थान प्रचलित हुआ।

क्या सचमे कैथा गाँव की मिटटी खाने से सांप का जहर उतर जाता है?

हाँ, ऐसा यहाँ रहने वाले लोगों की मान्यता है, और बहुत से लोग यहाँ सांप के काटने के बाद आते है और बाबा बिरतिया मन्दिर जाकर गाँव की मिटटी खाकर ठीक हुए है। आप यहाँ आकर इस बारे में किसी भी व्यक्ति से पूछ सकते है।

कैथा गाँव कैसे पहुचे?

कैथा गाँव छत्तीसगढ़ पहुचने के लिए बहुत से मार्ग है आप सडक मार्ग, ट्रेन मार्ग या हवाई मार्ग द्वारा छत्तीसगढ़ पहुचकर, बस या कार द्वारा जांजगीर जिला पहुच कर कैथा गाँव आ सकते है। आप जांजगीर जिला पहुचकर किसी भी व्यक्ति से kaitha gaon जाने का रास्ता पूछ सकते है।

निष्कर्ष

यदि आपने इस स्थान के बारे में सुना है या आपको यहाँ जाना है तो आप जा सकते है। यहाँ की मान्यता है की सांप काटने पर यहाँ की मिटटी खाने से उनका जीवन बच जाता है। और बहुत से लोग यहाँ प्रतिदिन आते है जिससे आपके परिवार में किसी को ऐसा होता है तो आप यहाँ जा सकते है। अगर आप इस kaitha gaon के पास रहते है तो अगर नही तो मै आपको सांप काटने पर अस्पताल जाने को ही बोलूँगा। अपना ख्याल रखें और ऐसे ही छत्तीसगढ़ के अनोखी जगहों की जानकारी के लिए साईट विजिट करें। 

My name is Vijay Nirmalkar, and I love to travel and write about the beautiful places and culture of Chhattisgarh. I enjoy helping others discover the wonders of this state through simple and easy-to-understand stories. My goal is to make learning about and exploring Chhattisgarh fun for everyone.

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