आपका स्वागत है हमारे इस ब्लॉग पोस्ट में जिसमे आज हम आपको छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली तिहार (hareli tihar) के बारे में बतायेंगे। जानेंगे की छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार क्यों मनाई जाती है? छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार कब है? हरेली तिहार में क्या क्या किया जाता है? इन सभी जानकारियों को हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बतायेंगे। जानने के लिए पोस्ट के साथ बने रहिये।
हरेली तिहार | Hareli Tihar Chhattisgarh
छत्तीसगढ़ जहाँ कई संस्कृत कलाए और भिन्न परंपराए देखने को मिलती है उन्ही में से एक हरेली तिहार भी है। इस त्यौहार को छत्तीसगढ़ का सबसे पहला त्यौहार माना जाता है। यह दिन छत्तीसगढ़ के पुरे कृषक वर्ग के लिए एक खास दिन होता है जिसे सभी लोग बड़ी धूम धाम से मानते है।
हरेली तिहार छत्तीसगढ़ की सबसे पहली त्यौहार होने के पीछे एक खटना कहे या एक परम्परा यह बस यु ही चलते आ रहा है। आपको बता दू की इस दिन कृषक परिवार अपने फसलों की सुरक्षा के लिए कामना करते थे जो आज तक चली आ रही है। इस दिन कोई भी किसान खेत नही जाता सभी लोग खेत में इस्तेमाल होने वाले अपने औजारों को अच्छी तरह से धोकर उनकी पूजा करते है।
इस दिन लोग बड़े धूम धाम से दिन की सुरुआत करते है और तरह तरह के पकवान बनाते है जिसमे हरेली तिहार के परम्परागत गुड़ के चीला रोटी प्रसिद्ध है इस दिन इसे बनाकर पूजा में इसकी भोग लगाई जाती है तथा गाय को खिलाया जाता है।
हरेली तिहार के दिन औजारों की पूजा करने के बाद गेड़ी चड़ने की परंपरा है। इस दिन छोटे बच्चो से लेकर बड़े बॉस से बने गेड़ी का मज़ा लेते है। गेड़ी पर चढ़कर चलने से एक अलग ही उत्साह की प्राप्ति होती है क्रिया इस दिन यदि आप आए तो गेड़ी अवस्य चढ़े।
हरेली तिहार को खास बनाने के लिए बच्चे और वयस्क इस दिन नारियल फेक प्रतियोगिता रखते है जिसमे सब बारी बारी नारियल को एक निश्चित दुरी तक एक निश्चित फेक से करते है। क्या आपने इस दिन नारियल फेंक प्रतियोगिता देखी है या आपने इसे भाग ली है। कमेन्ट में जरुर बताये।
अब कुछ प्रश्नों से hareli tihar को और भी अच्छे तरह से समझते है जिससे आपको छत्तीसगढ़ के सबसे पहले तिहार के बारे में पता चल सकेगा।
हरेली तिहार कब है 2024?
छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार इस बार 4 अगस्त दिन रविवार को मनाया जा रहा है। यह दिन सभी कृषक परिवार के लिए एक खास दिन होता है सब इस तिहार के रंग में रंग जाते है।
हरेली तिहार क्यों मनाया जाता है?
छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार किसान वर्ग में मनाया जाता है, जो इस दिन अपने फसलों की सुरक्षा के लिए कामना करते है और अपने सभी कृषि औजारों को धोकर उनकी पूजा करते है। इस त्यौहार को छत्तीसगढ़ के पहली तिहार के रूप में पुरे छत्तीसगढ़ में मनाया जाता है।
हरेली तिहार कब मनाया जाता है?
छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार सावन मास के कृष्ण पक्ष के अमावस्या के दिन मनाया जाता है। हरेली तिहार को छत्तीसगढ़ का पहली तिहार मानते है यह दिन छत्तीसगढ़ के पुरे किसान के लिए एक खास दिन होता है।
हरेली तिहार में क्या किया जाता है?
पुरे छत्तीसगढ़ में हरेली तिहार के दिन सभी कृषक परिवार अपने खेत में काम आने वाले सभी औजारों को धोकर उनकी पूजा करते है। और पूजा में तरह तरह के पकवान बनाकर उनका भोग लगाया जाता है। हरेली तिहार के दिन विशेष रूप से गुड़ से बने चीला रोटी बनाई जाती है।
निष्कर्ष
यह कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न थे जिनको आपको जानना आवश्यक था। मुझे आशा है की इस पोस्ट के द्वारा आपको छत्तीसगढ़ के पहली तिहार hareli tihar के बारे में जानने को मिला होगा। यही आपको हरेली तिहार के बारे में इससे पूरी जानकारी मिली हो तो कृपया हमे कोमेंट में अपना अनुभव शेयर करना ना भलें।
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हम आपको ऐसे ही छत्तीसगढ़ के सफर में छत्तीसगढ़ के भिन्न परम्परायें और जगहों के बारे में इस पेज में बताते रहेंगे जिसके लिए इस पेज में बने रहिए। अन्य जानकारी के लिए पेज के homepage पर जाइये।